पूर्व चीफ फाइनेंशियल आफिसर पर 8 करोड़ रुपए से अधिक के गबन का आरोप
धोखाधड़ी से कंपनी के खाते से पैसों को अपने अपने निजी खातों में किया हस्तांतरित
हरिंदर निक्का , बरनाला , 14 जून, 2022
ट्राइडेंट ग्रुप लिमिटेड के पूर्व चीफ फाइनेंशियल आफिसर (सीएफओ) हरविंदर सिंह गिल उर्फ हरविंदर सिंह पुत्र संपूर्ण सिंह निवासी गांव संगोवाल, लुधियाना द्वारा कंपनी के साथ अप्रैल 16, 2019 से फरवरी 17, 2022 के बीच की अवधि में बड़े स्तर पर किए गए वित्तीय गबन के बारे में जानकारी हासिल हुई । हरविंदर सिंह गिल ने ट्राइडेंट कंपनी में सिंतबर 09, 2014 से लेकर फरवरी 18, 2022 के बीच तथा ट्राइडेंट ग्रुप की विभिन्न कंपनियों में 34 से अधिक वर्षों तक काम किया है।
कंपनी द्वारा कराए गए एक आंतरिक ऑडिट में यह उजागर हुआ है कि कुल 185 ट्रांजेक्शंस में 8 करोड़ रुपए से अधिक की राशि हरविंदर सिंह गिल उर्फ हरविंदर सिंह के व्यक्तिगत खातों में ऑनलाइन नेट बैंकिंग के माध्यम से ट्रांसफर की गई। हालांकि वह केवल ट्रांसेक्शन मेकर के रूप में ही अधिकृत था फिर भी उसने धोखाधड़ी से भारतीय स्टेट बैंक ढोलेवाल शाखा, जीटी रोड, लुधियाना (04046) के कंपनी के खाते का वन टाइम पासवर्ड अपने मोबाइल पर हासिल कर लिया धोखाधड़ी से पैसों को अलग अलग बैंकों में अपने निजी खातों में हस्तांतरित किया जो कि एसबीआई बैंक, सराभा नगर और एचडीएफसी बैंक जसदेव नगर (वीपीओ गिल) लुधियाना में थे और वहां से उस पैसों को अज्ञात खातों में आगे हस्तांतरित कर दिया। यह ज्ञात है कि उसका परिवार और बेटे बेल्जियम और कनाडा में बसे हुए हैं।
हरविंदर सिंह गिल ने अनौपचारिक रूप से यह भी स्वीकार किया कि उसे आयकर विभाग की ओर से कभी कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ था जबकि खाते में हस्तांतरित राशि उनके वेतन से कहीं अधिक थी।
कंपनी के ऑडिटर एस सी वासुदेव एंड कंपनी चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी इस सबके के बारे में कोई भनक नहीं लग पायी जबकि वह कंपनी की बैलेंस शीट के हस्ताक्षरकर्ता है।
इस बीच, अन्य कर्मचारियों की भूमिका और कंपनी के कई और खातों की जांच की जा रही है। कंपनी के मैनेजमेंट को यह पक्के तौर पर लग रहा है कि गबन की कुल राशि और बढ़ भी सकती है क्योंकि कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन को धोखाधड़ी के और सुराग भी हाथ लगे हैं।
इस बारे में बरनाला पुलिस स्टेशन में एफआईआर संख्या 259 दिनांक 11.06.2022 को दर्ज कराई गई है ।अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।