कोविड -19 दौरान ज्यादा पैसे लेने के आरोपों में न्यू लाईफ़ लाईन अस्पताल ज़ीरकपुर के दो डाक्टर गिरफ्तार

Advertisement
Spread information

राजेश गर्ग ज़ीरकपुर, 7अगस्त :2021   
        थाना ज़ीरकपुर के मुख्य अफ़सर इंस्पेक्टर ओंकार सिंह बराड़ ने बताया कि तारीख़ 14 /05 /202 को परमजीत सिंह पुत्र हरमिन्दर सिंह निवासी नोयडा की न्यू लाईफ़ लाईन हस्पताल ज़ीरकपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी और परमजीत सिंह के परिजनों की तरफ से हस्पताल के डाक्टर मनीश गोयल व स्टाफ के ख़िलाफ़ उसके इलाज में अनदेखी के आरोप लगाए गए थे। इस मामले की प्राथमिक जांच उप मंडल मैजिस्ट्रेट डेराबसी सहित डीएसपी पुलिस ज़ीरकपुर और सीनियर मैडीकल अफ़सर सरकारी हस्पताल ढकोली की तरफ से अमल में लाई गई जिस में इस अस्पताल के डाक्टर मनीश गोयल आरोपी पाए गए क्योंकि इस अस्पताल में कविड -19 संबंधित जारी हुई गाईडलाईन का उल्लंघन किया गया और इलाज दौरान मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार न कर, उनका इस भयानक बीमारी को गंभीरता के साथ न लेकर सही तरीके से इलाज न करने के अंतर्गत इस जांच रिपोर्ट के आधार पर तारीख़ 18 /5/2021 को मुकदमा नंबर 291 तारीख़ 18 /5/2021 अ /ध 51 (बी), 58 डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 धारा (3) ई.टी एक्ट 1897 थाना जीरकपुर, बरख़ीलाफ़ डाक्टर मनीश गोयल मालिक /डायरैक्टर न्यू लाईफ़ लाईन अस्पताल ज़ीरकपुर, दर्ज रजिस्टर करके बारीकी से तफ्तीश शुरू कर दी गई।
       सतीन्द्र सिंह (आई.पी.एस) सीनियर कप्तान पुलिस ज़िला एसएएस नगर ने उक्त मसले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत ज़रुरी दिशा निरदेश जारी किये और उनके दिशा निर्देशों के अंतर्गत डा. रवजोत कौर ग्रेवाल IPS कप्तान पुलिस (रुरल्) ज़िला एसएएस नगर और श्री अमरोज सिंह PPS उप कप्तान पुलिस सब -डिविज़न ज़ीरकपुर ज़िला एसएएस नगर की रहनुमाई में इंस्पेक्टर ओंकार सिंह बराड़ मुख्य अफ़सर थाना जीरकपुर ने इस मामले की गहराई के साथ तफतीश शुरू की गई और डाक्टरी सम्बन्धित सपैशल बोर्ड भी गठित किया गया। कविड -19 के समय दौरान अलग -2 राज्यों और इस आफ़त के समय अलग -2 मरीज़ इलाज करवाने के लिए अलग -2 अस्पतालों में आए थे तो इस दौरान न्यू लाईफ़ लाईन हस्पताल ज़ीरकपुर में भी काफ़ी मरीज़ दाख़िल हुए और जहाँ इस हस्पताल में इलाज के लिए दाख़िल मरीज़ों और उनके पारिवारिक सदस्यों के साथ उनके इलाज संबंधित अच्छा बरताव न करने और मरीज़ों के इलाज समय पंजाब सरकार की तरफ से जारी मनमर्जी के रेट्स वसूल किये और उन वसूल किये पैसों संबंधित कोई रिकार्ड न देने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। दौराने इलाज भयानक बीमारी के साथ मरीजों की मौत भी हुई और परिजनों ने कई बार गुस्से में आकर हंगामा भी किया।

       इस समय दौरान मरीजों के परिजनों की तरफ से इन की मनमर्ज़ी और की गई ज्यादतियों की अलग -2 शिकायतें न्यू लाईफ़ लाईन हस्पताल के ख़िलाफ़ दर्ज करवाई गई। जो इन आवेदनपत्र की गंभीरता को देखते हुआ दौराने तफतीश यह बात सामने आई कि मरीज़ से एक कमरे का एक दिन का 50 हज़ार रुपए तक भी वसूल किया जाता था। हस्पताल अंदर हस्पताल के स्टाफ की तरफ से मरीजों का बिना पी पी किट के इलाज किया जाना और मरीज़ों को समय पर खाना भी नहीं दिया गया। यहाँ तक कि इस हस्पताल के स्टाफ ने एक मरीज़ की सोने की चेन भी छुपा ली। हस्पताल से छुट्टी होने के बाद भी इलाज के बिल और दवाओं की रसीद भी उनको अब तक नहीं दी। इन पीड़त लोगों की तरफ से दी गई शिकायतों के आधार पर मुकदमा में विवरण अनुसार जुर्म 406, 420 का विस्तार किया गया और न्यू लाईफ़ लाईन हस्पताल के मैनेजिंग डायरैक्टर प्रवीण गोयल जो डाक्टर मनीश गोयल का भाई है को भी बतौर दोशी नामज़द किया गया। पुलिस की तरफ से पीडित परिवारों की तरफ से दोशियों के ख़िलाफ़ लगाए गए दोषों की गंभीरता के साथ तफतीश की जा रही है और दोशियों को आज माननीय अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। दोशियान से गहराई के साथ पूछताछ जारी है दौराने पूछताछ ओर भी खुलासे होने की उम्मीद है।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
error: Content is protected !!