पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में आठ दिवसीय 13वां स्थापना दिवस समारोह शुरू

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पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में आठ दिवसीय 13वां स्थापना दिवस समारोह शुरू


अशोक वर्मा,बठिंडा, 24 फरवरी 2022

पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) में कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में प्रतिष्ठित शिक्षाविदों द्वारा आमंत्रित व्याख्यान और मातृभाषा दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम के साथ आठ-दिवसीय 13वां स्थापना दिवस समारोह प्रारंभ हुआ। 21 से 28 फरवरी, 2022 तक आयोजित होने वाला यह 13वां स्थापना दिवस समारोह इसलिए विशेष हैं, क्योंकि इसमें प्रख्यात शिक्षाविदों द्वारा व्याख्याम माला के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, आईडिया हंट, फ़ूड कार्निवाल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला सम्मिलित है।

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पहले तीन दिनों में कुल चार विशेष व्याख्यान आयोजित किए गए। इस कार्यक्रम श्रृंखला में विशिष्ट वक्ताओं में प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री (मंत्री के सलाहकार, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), प्रो गिरीश्वर मिश्रा (पूर्व कुलपति, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय), प्रो. आलोक श्रोत्रिय (इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक) और प्रो. जे. गौरीशंकर (निदेशक, आईआईएसईआर-मोहाली) ने विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया। 

इसके कार्यक्रम के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले 25 राज्यों के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारी सदस्यों ने अपनी मातृभाषा में पोस्टर बनाकर, कविताएं और गीत गाकर अपनी मातृभाषा का प्रतिनिधित्व किया और एक दूसरे की भाषा का सम्मान करने का संदेश दिया। इस कार्यक्रम के दौरान विभिन्न भारतीय भाषाओं और बोलियों का प्रतिनिधित्व किया गया जैसे हिंदी, कन्नड़, उड़िया, तमिल, उर्दू, पंजाबी, ब्रज, तेलुगु, मराठी, मिज़ो, बांग्ला, मलयालम, असामी, हरियाणवी, अवधी, मगही, भोजपुरी, संभलपुरी, राजस्थानी, पहाड़ी हिमाचली, बागड़ी, कश्मीरी आदि।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि सीयूपीबी की शुरुआती 13 वर्ष की विकास यात्रा सराहनीय रही है, जिसके दौरान विश्वविद्यालय ने भारत के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों (एनआईआरएफ रैंकिंग) में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने रेखांकित कहा कि विश्वविद्यालय का आठ दिवसीय स्थापना दिवस अद्वितीय हैं क्योंकि यह छात्रों को नवोदित उद्यमियों के रूप में अभिनव विचारों को आगे लाने, एक-दूसरे की संस्कृति को समझने और अकादमिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करते हैं।

इसके अतिरिक्त, इस कार्यक्रम में आजादी का अमृत महोत्सव और एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत दो अंतरराष्ट्रीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिसमें भारत और 23 विदेशी देशों से लगभग 2700 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। ‘भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब के अनसंग हीरोज (विस्मृत नायक)’ विषय पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में डॉ. नेहा नीमा (दिल्ली विश्वविद्यालय), कपिल गर्ग (हरियाणा) और अर्श कुमार (सीयूपीबी छात्र) ने क्रमश: पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। जबकि ‘सप्त सिंधु क्षेत्र में ज्ञान परंपरा’ विषय पर आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में श्री अर्श कुमार (सीयूपीबी छात्र), डॉ. शिवा शुक्ला (सीयूपीबी संकाय) और कनिका राजपूत (राजस्थान) क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। 

तीसरे दिन पतंगबाजी, रंगोली मेकिंग, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट और एड मैड शो प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। आने वाले दिनों में आयोजित होने वाले अन्य प्रमुख प्रतिस्पर्धी कार्यक्रम इस प्रकार हैं: इनो आइडिया हंट-2022, फूड कार्निवल, डॉक्यूमेंट्री मेकिंग प्रतियोगिता, गीत, नृत्य और कोरियोग्राफी प्रतियोगिता आदि।

इस आठ दिवसीय स्थापना दिवस समारोह का समापन 28 फरवरी, 2022 को विश्वविद्यालय के 13वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर एक भव्य समारोह के साथ होगा।

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