भैंस के दूध का रेट 3 रुपए और गाय के दूध का रेट 2 रुपए प्रति किलो बढ़ाया
चंडीगढ़, 31 मार्चः2021
सहकारी क्षेत्र में काम कर रही पंजाब मिल्कफैड की तरफ से दूध उत्पादकों को हमेशा दूध की ऊँची खरीद कीमतें दी जाती रही हैं। पिछले दो महीने के समय में लगातार छह बार दूध खरीद कीमतों में वृद्धि की गयी। यह खुलासा सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा की तरफ से आज यहां जारी प्रैस बयान के के द्वारा किया गया।
स. रंधावा ने कहा कि मिल्कफैड की तरफ से फरवरी से अब तक भैंस के दूध का भाव 45 रुपए प्रति किलो से बढ़ा कर 48 रुपए प्रति किलो कर दिया है जबकि गाय के दूध का भाव 28 रुपए प्रति किलो से बढ़ा कर 30 रुपए प्रति किलो कर दिया गया है। इसी तरह अब तक सभी मिल्क प्लांटों की तरफ से पिछले दो महीनां में भैंस के दूध का रेट 3 रुपए प्रति किलो और गाय के दूध का रेट 2 रुपए प्रति किलो का विस्तार किया गया है। कोविड के बाद आई मंदी के दौर के उपरांत दूध उत्पादकों को दी जाने वाली दूध की कीमत में छह बार विस्तार किया गया है और आगे से भी डेयरी के धंधे को लाभप्रद बनाने हेतु दूध उत्पादकों को अच्छी कीमत दी जाऐगी। इसका लाभ मिल्कफैड से जुड़े 2.5 लाख दूध उत्पादकों को होना है।
मिल्कफैड के एम.डी. स. कमलदीप सिंह संघा ने बताया कि दूध उत्पादन का धंधा पंजाब के किसानों का खेती के बाद मुख्य सहायक धंधा है। रोज़मर्रा के घरेलू खर्चे पूरे करने के लिए किसान दूध से आमदन रोज़मर्रा हासिल करता है, जबकि खेती की आमदन छिमाही प्राप्त होती है। दूध उत्पादक सीधा अपने गाँव की दूध सभा जिसका वह मैंबर होता है, को सीधा दूध बेचता है। इससे मंडीकरण में किसी बिचोलीये की संभावना नहीं। ज़िला स्तर पर मिल्क यूनियन और राज्य स्तर पर मिल्कफैड का प्रबंध दूध उत्पादकों के चुने नुमायंदों की तरफ से किया जाता है जिस कारण मिल्कफैड किसानों की ज़रूरतों को अच्छी तरह समझता है।
स. संघा ने बाकी दूध उत्पादकों को भी अपील की कि गाँव की दूध सभा के मैंबर बनें और जिन गाँवों में उत्पादकों ने अभी दूध उत्पादक सहकारी सभायें नहीं बनाईं, वह तुरंत बनाएं और मिल्कफैड की तरफ से दूध की बढ़ी खरीद कीमतों के अलावा, पशु की ज़रूरत के मुताबिक अलग-अलग तरह की वेरका पशु ख़ुराक और उच्च कोटी के सांडों का सीमन और अन्य उच्च स्तर की तकनीकी सेवाओं का लाभ उठाएं।
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