साल 2020-21 की बनती कुल 472.10 करोड़ रुपए अदायगी में से 463.95 करोड़ रुपए जारी
बाकी रहती 8.15 करोड़ रुपए की अदायगी केंद्र सरकार द्वारा बकाया, केंद्र से बकाया लेने के लिए कोशिशें जारी
ए.एस. अरश चंडीगढ़, 7 सितम्बरः2021
सहकारी चीनी मिलों द्वारा गन्ना काश्तकारों की बकाया रहती राशि की अदायगी के लिए 45 करोड़ रुपए की राशि गन्ना काश्तकारों को आज जारी कर दी गई है जिससे साल 2020-21 की बनती कुल अदायगी 472.10 करोड़ रुपए में से 463.95 करोड़ रुपए की अदायगी कर दी गई है और यह राशि आज ही गन्ना काश्तकारों के खातों में तबदील कर दी जायेगी। बाकी रहते 8.15 करोड़ रुपए की अदायगी केंद्र सरकार की तरफ बकाया है। यह प्रगटावा सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने आज यहाँ जारी प्रैस बयान के द्वारा किया।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की हिदायतों पर गन्ना काश्तकारों को सितम्बर के पहले हफ्ते बकाया भुगतान का किया वायदा पंजाब सरकार ने आज पूरा कर दिया। उन्होंने बताया कि बकाया राशि की मुकम्मल अदायगी के लिए सरकार द्वारा साल 2021-22 के बजट में 300 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था। स. रंधावा ने कहा कि पंजाब सरकार ने गन्ना काश्तकारों को बड़ा तोहफ़ा देते हुये गन्ने के भाव में रिकार्ड विस्तार करते हुये 360 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है, जबकि केंद्र सरकार द्वारा गन्ने के प्रति क्विंटल रेट में सिर्फ़ 5 रुपए का विस्तार किया गया है। इसके साथ ही गन्ना काश्तकारों की सहकारी चीनी मिलों की तरफ बनती कुल अदायगी भी पहल के आधार पर की गई है
स. रंधावा ने बताया गया कि राज्य की 9 सहकारी चीनी मिलों द्वारा साल 2019-20 की बनती कुल अदायगी 486.24 करोड़ रुपए पहले ही गन्ना काश्तकारों को दी जा चुकी है और साल 2020-21 की बनती कुल अदायगी 472.10 करोड़ रुपए में से 463.95 करोड़ रुपए की अदायगी कर दी गई है। बकाया रहती 8.15 करोड़ रुपए की अदायगी केंद्र सरकार द्वारा सहकारी चीनी मिलों की साल 2019 -20 की ऐक्सपोर्ट सब्सिडी और बफर स्टाक सब्सिडी के तौर पर जारी की जानी है। इसकी जल्द अदायगी के लिए भारत सरकार के साथ संपर्क किया जा रहा है जिससे गन्ने की कुल बकाया अदायगी जल्द से जल्द की जा सके। सहकारी चीनी मिलों के द्वारा भारत सरकार की तरफ से जारी की जाती शुगर ऐक्सपोर्ट सब्सिडी और बफर स्टाक सब्सिडी की राशि भारत सरकार की हिदायतों के अनुसार गन्ने की अदायगी के लिए सीधे तौर पर गन्ना काश्तकारों के खाते में तबदील की जाती है और बकाया रहती 8.15 करोड़ रुपए की राशि भी जारी होने के उपरांत तुरंत गन्ना काश्तकारों के खाते में तबदील कर दी जायेगी।