मामला सिंह नाले में रसायन घुलने का, ज़िला प्रशासन की टीम की तरफ से पंचकुला की फैक्ट्री की शनाख़त

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मामला दूसरे राज्य के साथ सम्बन्धित होने के कारण कार्यवाही की की सिफ़ारिश : डिप्टी कमिशनर


राजेश गर्ग  जीरकपुर, 06 अगस्त : 2021
     ज़ीरकपुर के ढकोली क्षेत्र में से गूजरते सिंह नाले के पानी में रसायन घुलने के मामले, जिस कारण नाले का पानी लाल हो गया था, में कार्यवाही करते ज़िला प्रशासन की टीम ने पंचकुला की एक औद्योगिक इकाई की शिनाख़्त की है, जिस की तरफ से रसायन नाले में छोड़ा गया है।
यह जानकारी देते डिप्टी कमिशनर गिरिश द्यालन ने बताया कि पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के इंजनियर रणतेज शर्मा का नेतृत्व और ऐक्सियन लवलीन दुबे की सुपरवीजन में टीम ने हरियाणा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के साथ तालमेल करके मामले की जांच की। प्राथमिक जांच में यह तथ्य सामने आया था कि यह रसायन पड़ोसी राज्य की औद्योगिक इकाई की तरफ से छोड़ा गया है और जांच दौरान इस पक्ष पर मोहर लग गई।डिप्टी कमिशनर ने बताया कि जांच में सामने आया है कि नाले में रसायन आने का मुख्य स्रोत पंचकुला के औद्योगिक क्षेत्र 01 की कागज़ मिल है। उन्होंने कहा कि यह कानून का उल्लंघन है और मामला दुसरे राज्य के साथ सम्बन्धित होने के कारण यह केस अलग -अलग अधिकारत स्तरों पर उठाया जायेगा और इस सम्बन्धित सख़्त कार्यवाही की सिफ़ारिश की जा रही है।
श्री द्यालन ने बताया कि ज़िला प्रशासन ऐस.ए.ऐस.नगर की टीम कल से ही इस सम्बन्धित जांच में लगीं हुई थीं और सैंपल ले कर विस्तृत जांच के लिए लैब में भी भेजे गए हैं। इस सम्बन्धित मुख्य तौर पर कार्यवाही हरियाणा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने करनी है क्योंकि इस औद्योगिक इकाई उस बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में है।तत्काल कार्यवाही सम्बन्धित पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आधिकारियों की पीठ थपथपाते श्री द्यालन ने बताया कि ज़िला प्रशासन की टीम ने जे.सी.बी. की मदद के साथ वह भूमिगत पाईप भी बरामद किया है, जिस के ज़रिये रासायण को नाले में पाया गया।
इस संबंधी इंजनियर रणतेज शर्मा ने बताया कि पाईप को ज़ब्त कर लिया गया है और हरियाणा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को कार्यवाही के लिए सिफ़ारिश कर दी गई है। 

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