बरनाला में, फंसे कश्मीरी -5 दिनों से प्रशाशन को सरकार की मंज़ूरी का इंतज़ार
-60 कश्मीरी मर्द, औरतों व बच्चों के बारे,, बरनाला टूडे, ने किया था खुलासा
डीसी ने कहा, सरकार से मंज़ूरी आ जाने दो , प्रशाशन तैयार-बर-तैयार
हरिंदर पाल निक्का बरनाला 26 अप्रैल 2020
भले ही पंजाब सरकार ने तख़्त श्री हजूर साहिब, श्री नादेड़ साहिब में लौकडाउन के दौरान फंसे सिख श्रद्धालुओं को सुरक्ष्ति पंजाब लेकर आना शुरू कर दिया है। परंतु दूसरी तरफ़ सरकार ने बरनाला में, अपने परिवारों से कोसों दूर 36 दिन से लौकडाउन में, फंसे 60 कश्मीरी मर्द, औरतों व बच्चों को उन की जन्म भूमि पर छोङ कर आने का फ़ैसला अभी तक लटका रखा है। जिनकी अपने घरों की तरफ लौट जाने की इच्छा हर पल उबालाा मार रही है। फिक्र के समंद्र में, ग़म के ग़ोते लगा रहे , इन कश्मीरियों को रमज़ान महीने का दूसरा रोज़ा भी अपनों से दूर बैठ कर ही रखना पड़ा है। जैसे -जैसे समय बीतता जा रहा है, वैसे- वैसे मुसीबत की मार झेल रहे, इन कश्मीरियों की चिंता भी हर पल बढ़ती ही जा रही है। एक तरफ़ इन के दिन का सकून और रातों की चैन खो चुकी है और दूसरी तरफ़ कश्मीर भेजने के लिए प्रशाशन द्वारा सरकार से माँगी मंज़ूरी का पत्र लचर व्यवस्था की वजह से धीमी रफतार पकडे हुए है।
– भूख से ज्यादा हमें अपनों से दूर रहने का दुखजम्मू -कश्मीर पुलिस के कांस्टेबल मंज़ूर अहमद शेख व उनके साथ रह रहे व्यक्तियों ने कहा कि,, बरनाला टूडे,, ने उन के दर्द को आवाज़ दे कर प्रशाशन के कानों तक पहुँचाया है। जिस के बाद एसएसपी सन्दीप गोयल के नेतृत्व में, उन की टीम जरूरतमन्दों को राशन की किटों दे कर गई है। सिविल प्रशाशन ने उन की सूचियां तैयार कर सरकार को भी भेज दीं हैं। गुलज़ार अहमद शेख, जावेद अहमद शेख, नसीर पीर, मंज़ूर अहमद मलिक व अब्दुल कासिम डार ने कहा कि कई समाज सेवीं संस्थायों के नुमायंदे भी उन का दर्द बांटने के लिए पहुँचे। जिन का वह तहदिल से शुक्रिया अदा करते हैं। उन्होंने कहा कि भूख से भी अधिक, उन को अपनों से दूर रहने का दुख सता रहा है। ऐसे हालत में, हमारा सभी का अल्लाह की इबादत पर ही ज़ोर है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा हमारे बारे सरकार को भेजी सूचना को भी 5 दिन हो चुके हैं। अभी तक कोई जवाब या उन्हें भेजने की मंजूरी का पत्र सरकार की तरफ से नहीं पहुंचा है । उन्होंने कहा कि हमें बहुत ख़ुशी है कि तख़्त श्री हजूर साहिब से श्रद्धालुओं का पहला जत्था पंजाब पहुँच गया है। इस के साथ हमें भी जल्द कश्मीर पहुँच जाने की उम्मीद बंधी है। उन्होंने सरकार एवं प्रशासनिक आधिकारियों से कहा कि अल्लाह के वास्ते, हमें यहाँ से जल्दी कश्मीर भेज दो। गौर हो कि बरनाला के पत्ती रोड क्षेत्र में , 34 और किला मोहल्ला क्षेत्र में, 26 कश्मीरी मर्द, औरतें और बच्चे लौकडाउन में फंसे हुए हैं।
-डिप्टी कमिशनर तेज़ प्रताप सिंह फूलका ने बताया कि 60 कश्मीरियों के सबंध में, बाकायदा उन्हें यहाँ से भेजने के लिए सूची और मंजूरी के लिए पत्र सरकार के पास भेजा जा चुका है। लेकिन अभी मंज़ूरी नहीं मिली है। जैसे ही मंज़ूरी का पत्र आएगा, वैसे ही इन सभी को सुरक्षित कश्मीर भेजने का प्रबंध कर दिया जायेगा। उन्होंने लौकडाउन का दंश झेल रहे कश्मीरियों को भरोसा दिया कि प्रशासन और सरकार पूरी तरह उन के साथ है, कोई फिक्र करने की ज़रूरत नहीं है। न यहाँ पर और न ही रास्ते में उन्हें कोई परेशानी आने दी जायेगी।