सुखपाल सिंह सरां बोले , बिल से किसी भी किसान या आढ़तियों को नुकसान नहीं होगा
अशोक वर्मा बठिंंडा 29 जुलाई 2020
किसानों के हितों को मुख्य रखते हुए मिनिमम सेल प्राइस (MSP) पर केंद्र सरकार की और से पारित बिल पर राजनीति कर रहे अकाली दल के खिलाफ भाजपा पंजाब सचिव सुखपाल सिंह सरां ने कड़ा एतराज जताया है। भाजपा प्रदेश सचिव सुखपाल सिंह सरां ने कहा की मोदी सरकार की और से कहीं भी किसानों का अहित नहीं किया गया और बार बार केंद्र में मोदी सरकार के मंत्री स्प्ष्ट कर रहे है कि इस बिल से किसी भी किसान या आढ़तियों को नुकसान नहीं होगा, उनकी फसल तय मूल्यों पर ही बेची जाएगी। लेकिन एनडीए में शामिल अकाली दल के नेता इस पर दोगली राजनीति कर ब्यानबाजी कर रहे हैं।
सरां ने कहा कि जिस समय लोकसभा में इस ऑर्डिनेंस को लाया गया था इस पर खुल कर चर्चा की गई थी जिसके बाद एनडीए के सांसदों इस सहमति जताते हुए सभी ने हस्ताक्षर किए थे इस बात पर सांसद सुखबीर बादल व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा, सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा को स्प्ष्ट करना चाहिए कि उन्होंने लोकसभा में इस बिल पर हस्ताक्षर किए थे या नही औरअगर ये बिल किसान के हितों का नहीं है तो सेशन के दौरान इस बिल का विरोध क्यों नही किया गया।
सुखपाल सिंह सरां ने भाजपा का पक्ष स्प्ष्ट करते हुए कहा कि इस बिल से किसी भी किसान का कोई नुकसान नहीं होगा,लेकिन राजनीतिक जमीन खो रही पार्टियां इस पर सियासत कर रही हैं, केंद्र की मोदी सरकार देश के किसानों की रक्षा के लिए वचन बद्ध है और सरकार द्वारा 20 हजार करोड़ का राहत पैकेज देश हित मे, किसान हित में फसल बीमा योजना, छोटे किसानों की खेती के लिए सरल लोन योजना, देश को समृद्ध बनाने के लिए स्वरोजगार योजना आत्मनिर्भर भारत, छोटे व्यापारियों के लिए रोजगार, डेयरी फार्म ,रेहड़ी चालको के लिए बिना गारंटी लोन दिए जा रहे है ।
ताकि देश आत्मनिर्भर बन कर स्वाबलंबी बन सके, और भाजपा पंजाब अकाली दल को भी चेतावनी देती है झूठ की राजनिति बंद की जाए या फिर मंत्री पद छोड़ा जाए, अकाली दल व लोकल स्तर की पार्टीयों द्वारा भोलेभाले किसानों को गुमराह करने के लिए तथाकथित यूनियनों द्वारा प्रदर्शन करवा कर किसानों में डर का माहौल बनाया जा रहा है, जो की सहन नही किया जाएगा और पुनः पंजाब के किसानों को भाजपा विश्वास दिलवाती है कि किसी भी किसान की फसल व कोई भी नुकसान मोदी सरकार में नहीं होगा,अगर अकाली दल ने भाजपा सरकार को बदनाम करने की राजनीति बन्द न कि तो अकाली दल से भाजपा को नाता तोड़ना पड़ेगा व भाजपा अकेली पंजाब में चुनाव लड़ने में सक्षम है,आज पंजाब के किसान ,व्यापारी, मजदूर जान चुके हैं कि देश खासकर पंजाब का विकास सिर्फ भाजपा सरकार ही कर सकती है।