सेंट्रल विश्वविद्यालय में शिक्षा स्टूडियो का शुभारंभ

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सेंट्रल विश्वविद्यालय में शिक्षा स्टूडियो का शुभारंभ

बठिंडा, 22 अगस्त (अशोक वर्मा)

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सेंट्रल विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) के शिक्षा विभाग द्वारा विश्वविद्यालय की ई-शिक्षण सामग्री विकसित करने हेतु विश्वविद्यालय परिसर में एजुकेशन स्टूडियो का शुभारंभ किया गया।उद्घाटन समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने डीन इंचार्ज अकादमिक प्रो. आर.के. वुसिरिका, स्कूल ऑफ एजुकेशन के डीन डॉ. शंकर लाल बीका और शिक्षा विभाग के शिक्षकों के साथ सोमवार को नवनिर्मित एजुकेशन स्टूडियो का उद्घाटन किया। अत्याधुनिक तकनीक से लैस इस एजुकेशन स्टूडियो में एक शूटिंग फ्लोर, एक एडिटिंग -प्रोडक्शन कंट्रोल रूम और एक प्रस्तुति कक्ष शामिल हैं। यह स्टूडियो 4के वीडियो कैमरा, क्रोमा-की सेटअप, मल्टीपॉइंट लाइटिंग, ऑडियो रिकॉर्डिंग सेटअप, टेलीप्रॉम्प्टर और एडिटिंग सिस्टम सरीखे अत्याधुनिक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से सुसज्जित है। उद्घाटन समारोह के दौरान शिक्षा विभाग के छात्रों ने नए एजुकेशन स्टूडियो में माननीय कुलपति के साथ पहला साक्षात्कार रिकॉर्ड किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. तिवारी ने कहा कि एजुकेशन स्टूडियो किसी भी उच्च शिक्षण संस्थान के लिए समय की आवश्यकता है। यह सुविधा शिक्षकों और छात्रों को एक बहतर शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के लिए ई-सामग्री, ऑडियो-विजुअल मॉड्यूल विकसित करने में मदद करेगी। इसके अतिरिक्त, एजुकेशन स्टूडियो शिक्षा विभाग को फ़्लिप, मिश्रित और सर्वव्यापी शिक्षण को लागू करने की सुविधा प्रदान करेगा, छात्रों को एक व्यक्तिगत सीखने का विकल्प प्रदान करेगा और अनुभवात्मक सीखने के अवसरों को बढ़ाएगा। एजुकेशन स्टूडियो का विवरण साझा करते हुए डॉ. शंकर लाल बीका ने कहा कि इस सुविधा का उपयोग मूक्स ई-कंटेंट और वीडियो लेक्चर्स की रीकोडिंग के लिए किया जाएगा। इस स्टूडियो के माध्यम से उत्पन्न सामग्री एनईपी-2020 के अनुसार हाइब्रिड लर्निंग की सुविधा प्रदान करेगी। उद्घाटन समारोह में डॉ. बावा सिंह, विभागाध्यक्ष, दक्षिण और मध्य एशियाई अध्ययन विभाग; डॉ.जे.के. पटनायक, विभागाध्यक्ष, भूविज्ञान विभाग; प्रो. फेलिक्स बास्ट, विभागाध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान; और शिक्षा विभाग के संकाय; डॉ. शमशीर एस. ढिल्लों, डॉ. जुबली पद्मनाभन, डॉ. सेसादेबा पाणि, डॉ. विश्वजीत बहेरा, डॉ. अमनदीप कौर और डॉ. कदम श्रीनिवास सम्मिलित हुए। इस कार्यक्रम में शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

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