बूढ़ी माँ अपने बेटे के हत्यारों को गिरफ्तार करवाने के लिए खा रही दर दर की ठोकरें
शर्मनाक- हाईकोर्ट की फिटकार के बाद दर्ज हुआ मर्डर का केस
अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो सिटी पुलिस स्टेशन के समक्ष दू्ंगी पक्का धरना-गुरदेव कौर
हरिंदर निक्का बरनाला 12 जुलाई 2020
लोगों को न्याय देने के नाम पर खुद ही अपनी पीठ थपथपा रही ,बरनाला पुलिस की कार्यशैली का हाल देखिए । हत्या की एक घटना के 25 महीने एवं 17 दिन बाद भी, हत्यारे अभी भी खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं। वेचारी बूढ़ी माँ अपने बेटे के हत्यारों को गिरफ्तार करवाने के लिए दर दर की ठोकरेें खाने को मजबूर है। अब विधवा गुरदेव कौर ने न्याय पाने और अपने बेटे के हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजने के लिए संघर्ष की राह पर चलने की घोषणा कर दी है। गुरदेव कौर ने कहा कि अगर पुलिस ने दो दिनों के भीतर हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया, तो उन्हें पुलिस स्टेशन सिटी 1 के बाहर स्थायी धरना देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उसने कहा कि जब तक पुलिस अपराधियों को नहीं पकड़ती, वह थाने के सामने दिन-रात भूखी रहेगी। अब व्यापार मंडल के अध्यक्ष नायब सिंह काला और कई अन्य संगठनों के नेता भी बूढ़ी मां को न्याय दिलाने के लिए आगे आए हैं।हत्या कब हुई, मामला कब दर्ज किया गया
व्यापारी नेता नायब सिंह काला ने कहा कि अजायब सिंह निवासी संधू पत्ती बरनाला को उसकी पत्नी नीतू रानी ने अपनी मां और बहनों के साथ मिल कर कुछ जहरीला पदार्थ दे दिया था । 26 मई 2018 को उनकी मौत हो गई थी। पुलिस को दिए बयान में मृतक की मां गुरदेव कौर ने स्पष्ट किया कि अजायब सिंह की पत्नी ने अपनी मां और बहनों के साथ मिल कर हत्या को अंजाम दिया था। लेकिन पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करने के बजाय 174 Crpc के तहत कार्रवाई की। पोस्टमॉर्टम के बाद, जांच के लिए लैब को भेजी गई बिसरा रिपोर्ट भी 23/11/2018 को मिली थी। इस रिपोर्ट में भी जहरीले पदार्थ के कारण मौत की पुष्टि हुई थी। सिविल अस्पताल के डॉक्टर अंशुल गर्ग ने भी पुलिस को अपनी मेडिकल राय दी। लेकिन पुलिस, मैंं ना मानूं की धुन का राग अलापती रही । मृतक की मां ने न्याय के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया। उच्च न्यायालय से फटकार के डर से, पुलिस ने 4/12/2018 को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 302/34 आईपीसी के तहत सिटी बरनाला पुलिस स्टेशन में, एफआईआर नंबर 526 दर्ज की गई और हत्या की फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
19 महीने 19 दिन बाद 1 दोषी को किया नामजद
दिवंगत अजायब सिंह के परिवार ने न्याय के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जिसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी नीतू रानी को 23/6/2020 को 19 महीने और 19 दिन बाद एफआईआर में आरोपी नामजद किया गया। मृतक की मां के बेटे की याद में, पीड़ित आंतकियों को राहत देने के लिए पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। इसके विपरीत, पुलिस ने, मृतक की मां के बयान को नजरअंदाज करते हुए, मामले में अन्य आरोपियों काे नामजद करना अभी तक उचित नहीं समझा।
एसएचओ ने कहा, गिरफ्तारी के प्रयास एवं जांच जारी
पूछे जाने पर, बरनाला सिटी 1 पुलिस स्टेशन के एसएचओ बलजीत सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और आरोपियों को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले में अन्य आरोपियों के नामजद न करने के जवाब में उन्होंने कहा कि बिना जांच के आरोपियों को हत्या के केस में नामजद करना उचित नहीं है ।