बिल्डरों से परेशान लोगों की कहीं भी सुनवाई न होने के कारण पहुंचे जैक प्रतिनिधियों के पास
रजिस्ट्री बैन करने के आदेशों पर मची है अफरा-तफरी
राजेश गर्ग , जीरकपुर, 4अगस्त 2021
पंजाब सरकार द्वारा जीरकपुर की 23 कालोनियों में रजिस्ट्रियां बैन किए जाने के बाद यहां चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। बिल्डरों की मनमानी के खिलाफ लोग लामबंद होने लगे हैं। जैक रैजीडेंट वैलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुखदेव चौधरी ने आज यहां लोगों से बातचीत के बाद बताया कि यहां पीरमुछल्ला स्थित आस्था सिटी के पास एक बिल्डर द्वारा अवैध कालोनी विकसित की जा रही है। उन्होंने बताया कि यहां मैपल रैजीडेंस द्वारा किए जा रहे निर्माण के कारण आस्था सिटी के लोगों को भारी दिक्कतें आ रही हैं।उन्होंने बताया कि मैपल ने जो नक्शा पास करवाया है उसमें दोनों सोसायटी के बीच में सात से आठ फुट का रास्ता छोड़ा गया है लेकिन इस नक्शे का उलंघन करके कोई रास्ता नहीं छोड़ा गया है। इस अवैध निर्माण को लेकर नगर परिषद के अधिकारियों को कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
सुखदेव चौधरी ने रजिस्ट्री बैन करने के फैसले को स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा कि जैक प्रतिनिधियों द्वारा एडीसी को यहां की अवैध कालोनियों की सूची सौंपी गई थी। जिसमें मैपल का नाम भी था। इसके बावजूद एडीसी की तरफ से भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
आज इस मुद्दे को लेकर यहां हुई बैठक में संजीव डोगरा, जसविंद्र, मोहित, राम, रोहित, कमल, योगेश शर्मा, अमर सिंह, मीनाक्षी, उषा, व डिंपल ने बताया कि अवैध निर्माण की समस्या को लेकर वह कई बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस बीच जैक प्रधान सुखदेव चौधरी ने कहा कि उनके द्वारा जिन अवैध कालोनियों की सूची एडीसी को दी गई थी। उन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। दूसरी तरफ जिन कालोनियों के बिल्डर अपने प्रोजैक्ट पूरे करके यहां से जा चुके हैं और लोग रह रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फरमान जारी कर दिया गया है। सुखदेव चौधरी ने कहा कि उनके पास चंडीगढ़ सिटी सेंटर, जीबीपी समेत कई बिल्डरों के खिलाफ शिकायत आई है। जिसके बारे में कानूनी विशेषज्ञों के साथ बातचीत की जा रही है।