राजेश गोैत्म , पटियाला 3 अप्रैल 2021
नाभा पावर लिमिटेड, जो 2×700 मेगावाट सुपरक्रिटिकल राजपुरा थर्मल पावर प्लांट का संचालन करती है, द्वारा कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के तहत किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय गोल्डन पीकॉक आवार्ड कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) अवार्ड 2020 से सम्मानित किया गया है I यह पुरस्कार एनपीएल की उत्कृष्ट उपलब्धियों और सीएसआर गतिविधियों के लिए उच्चतम स्तर की प्रतिबद्धताओं का प्रदर्शन करने के लिए दिया गया है। गोल्डन पीकॉक अवार्ड सचिवालय को इस वर्ष 319 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 119 का चयन त्रिस्तरीय मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया।
पुरस्कार के परिणामों की घोषणा गुरुवार को भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जो की भारत के राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और नेशनल कमीशन फॉर कंस्टीटूशन रिफॉर्म्स के पूर्व अध्यक्ष न्यायमूर्ति एम.एन वेंकटचलिया की अध्यक्षता वाली एक उच्च स्तरीय पैनल द्वारा किया गया है। गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स की स्थापना 1991 में इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स (IOD), भारत द्वारा की गई थी और इसे कॉर्पोरेट जगत में एक वैश्विक मुहर के रूप में मान्यता प्राप्त है। मूल्यांकन समूह में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी और ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के विशेषज्ञ शामिल थे, जिन्होंने आवेदकों को चयन विस्तृत मापदंडों के आधार पर किया ।
इस उपलब्धि पर बोलते हुए नाभा पावर लिमिटेड के सीईओ, श्री अतहर शाहब ने कहा, “हम इस पुरस्कार के लिए आभारी हैं। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हमारी सीएसआर टीम द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों को प्रमाणित करता है I नाभा पावर लिमिटेड विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम करता है जिसमें कौशल निर्माण, बुनियादी ढांचा विकास, जल संरक्षण, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता और शिक्षा शामिल हैं। एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट नागरिक के रूप में, हम इन क्षेत्रों में अपने प्रयास जारी रखेंगे। ” नाभा पावर लिमिटेड को गोल्डन पीकॉक अवार्ड्स द्वारा अपनी श्रेणी में सर्वोच्च स्कोर प्रधान किये गए और इस का चयन स्थानीय लोगों और उनके सामाजिक उत्थान के लिए एक व्यापक कार्यक्रम चलाने वाली एक अच्छी कंपनियों के रूप किया गया है।